BA Semester-1 Aahar, Poshan evam Swachchhata - Hindi book by - Saral Prshnottar Group - बीए सेमेस्टर-1 आहार, पोषण एवं स्वच्छता - सरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-1 आहार, पोषण एवं स्वच्छता

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2022
पृष्ठ :250
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2637
आईएसबीएन :0

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बीए सेमेस्टर-1 आहार, पोषण एवं स्वच्छता


अध्याय-2

आहार नियोजन

(Meal Planning)

पाठ्य सामग्री

आहार नियोजन - सामान्य परिचय

भोजन को मनुष्य की मूलभूत आवश्यकताओं में से एक माना गया है। बिना भोजन मानव जीवित नहीं रह सकता। मनुष्य प्रतिदिन आहार ग्रहण करता है, जो मानव की भूख की सन्तुष्टि के लिए बहुत जरूरी है। आहार द्वारा व्यक्ति की शारीरिक वृद्धि व विकास होता है, उसे कार्य करने हेतु ऊर्जा प्राप्त होती है। परिणामस्वरूप शारीरिक गतिविधियाँ नियमित रहती हैं, जिससे वह स्वस्थ बना रहता है। आहार में कार्बोज, खनिज लवण, प्रोटीन, वसा, विटामिन और जल जैसे विभिन्न पोषक तत्त्व विद्यमान रहते हैं। इन सभी पोषक तत्त्वों का प्रतिदिन के आहार में उचित अनुपात में रहना बहुत जरूरी है। लिंग, आयु, व्यवसाय तथा शारीरिक क्रियाशीलता और स्वास्थ्य के अनुसार प्रत्येक मनुष्य की पोषण सम्बन्धी जरूरतें भी अलग-अलग होती हैं। यदि जरूरत से कम अथवा ज्यादा पोषक तत्त्व आहार द्वारा ग्रहण किए जाएँ तो कुपोषण की स्थिति उत्पन्न हो जाती है और व्यक्ति हीनताजनित रोगों से ग्रसित हो जाता है अथवा किसी पोषक तत्त्व की अधिकता से प्रभावित हो सकता है।

आहार नियोजन का अर्थ

आहार नियोजन से आशय विभिन्न भोज्य-समूहों में से उपयुक्त मात्रा एवं अनुपात में विभिन्न भोज्य पदार्थों का इस प्रकार चयन करना है, जिससे परिवार के प्रत्येक सदस्य को सन्तुलित, उपयुक्त, रुचि के अनुकूल एवं स्वादिष्ट आहार प्राप्त हो सके।

प्रतिदिन प्रत्येक आहार में कैसा आहार लेना तथा क्या तैयार करना है, इसका निर्धारण करना ही आहार नियोजन कहलाता है। वास्तव में परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य भी उनके द्वारा लिए गए आहार पर ही निर्भर करता है। आहार नियोजन का अर्थ पोषण सम्बन्धी सिद्धान्तों को दृष्टिगत रखते हुए परिवार की जरूरत, समय, धन के अनुसार कल्पना-शक्ति के उपयोग द्वारा आहार का प्रस्तुतिकरण है। विभिन्न समाचार-पत्रों, पत्र-पत्रिकाओं, टी०वी० आदि में विज्ञापन तथा आहार सम्बन्धी विभिन्न परामर्श, उनकी उपयोगिता, पाक क्रिया की प्रणालियाँ आदि दी हुई रहती हैं, जो आहार नियोजन में सहायक होती हैं। पाकशास्त्र सम्बन्धी पुस्तकें एवं पत्रिकाएँ इसमें विशेष रूप से योगदान दे सकती हैं। आज की गृहिणी को घरेलू कार्यों के साथ-साथ सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक क्षेत्रों में भी भाग लेना होता है। अतः सीमित धन, समय द्वारा उचित आहार नियोजन करना बहुत जरूरी एवं महत्त्वपूर्ण होता है।

आहार नियोजन का प्रमुख उद्देश्य परिवार के लिए पौष्टिक आहार प्रदान करना है। आहार नियोजन इस प्रकार से किया जाना चाहिए, जिससे सभी सदस्यों की शारीरिक जरूरतों की पूर्ति के लिए प्रोटीन, कार्बोज, वसा, खनिज लवण, विटामिन, जल आदि पर्याप्त मात्रा में प्राप्त हो सकें। आहार में सन्तुलन भी होना चाहिए, जो खाद्य पदार्थों के उचित संयोगों और अनुपात द्वारा ही प्राप्त किया जा सकता है; जैसे भोजन द्वारा वसा, प्रोटीन एवं कार्बोज एक साथ ग्रहण करने से प्रोटीन शरीर की वृद्धि करता है और टूटे-फूटे कोशों की मरम्मत में मददगार होता है तथा कार्बोज एवं वसा ऊर्जा प्रदान करते हैं। इसी प्रकार वनस्पति प्रोटीन और पशुजन्य प्रोटीन के एक साथ लेने से प्रोटीन की उपयोगिता बढ़ जाती है तथा उसके पोषक मूल्य में वृद्धि हो जाती है और जरूरी एमीनो एसिड भी प्राप्त हो जाते हैं।

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    अनुक्रम

  1. आहार एवं पोषण की अवधारणा
  2. भोजन का अर्थ व परिभाषा
  3. पोषक तत्त्व
  4. पोषण
  5. कुपोषण के कारण
  6. कुपोषण के लक्षण
  7. उत्तम पोषण व कुपोषण के लक्षणों का तुलनात्मक अन्तर
  8. स्वास्थ्य
  9. सन्तुलित आहार- सामान्य परिचय
  10. सन्तुलित आहार के लिए प्रस्तावित दैनिक जरूरत
  11. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  12. आहार नियोजन - सामान्य परिचय
  13. आहार नियोजन का उद्देश्य
  14. आहार नियोजन करते समय ध्यान रखने योग्य बातें
  15. आहार नियोजन के विभिन्न चरण
  16. आहार नियोजन को प्रभावित करने वाले कारक
  17. भोज्य समूह
  18. आधारीय भोज्य समूह
  19. पोषक तत्त्व - सामान्य परिचय
  20. आहार की अनुशंसित मात्रा
  21. कार्बोहाइड्रेट्स - सामान्य परिचय
  22. 'वसा’- सामान्य परिचय
  23. प्रोटीन : सामान्य परिचय
  24. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  25. खनिज तत्त्व
  26. प्रमुख तत्त्व
  27. कैल्शियम की न्यूनता से होने वाले रोग
  28. ट्रेस तत्त्व
  29. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  30. विटामिन्स का परिचय
  31. विटामिन्स के गुण
  32. विटामिन्स का वर्गीकरण एवं प्रकार
  33. जल में घुलनशील विटामिन्स
  34. वसा में घुलनशील विटामिन्स
  35. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  36. जल (पानी )
  37. आहारीय रेशा
  38. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  39. 1000 दिन का पोषण की अवधारणा
  40. प्रसवपूर्व पोषण (0-280 दिन) गर्भावस्था के दौरान अतिरिक्त पोषक तत्त्वों की आवश्यकता और जोखिम कारक
  41. गर्भावस्था के दौरान जोखिम कारक
  42. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  43. स्तनपान/फॉर्मूला फीडिंग (जन्म से 6 माह की आयु)
  44. स्तनपान से लाभ
  45. बोतल का दूध
  46. दुग्ध फॉर्मूला बनाने की विधि
  47. शैशवास्था में पौष्टिक आहार की आवश्यकता
  48. शिशु को दिए जाने वाले मुख्य अनुपूरक आहार
  49. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  50. 1. सिर दर्द
  51. 2. दमा
  52. 3. घेंघा रोग अवटुग्रंथि (थायरॉइड)
  53. 4. घुटनों का दर्द
  54. 5. रक्त चाप
  55. 6. मोटापा
  56. 7. जुकाम
  57. 8. परजीवी (पैरासीटिक) कृमि संक्रमण
  58. 9. निर्जलीकरण (डी-हाइड्रेशन)
  59. 10. ज्वर (बुखार)
  60. 11. अल्सर
  61. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  62. मधुमेह (Diabetes)
  63. उच्च रक्त चाप (Hypertensoin)
  64. मोटापा (Obesity)
  65. कब्ज (Constipation)
  66. अतिसार ( Diarrhea)
  67. टाइफॉइड (Typhoid)
  68. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  69. राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवाएँ और उन्हें प्राप्त करना
  70. परिवार तथा विद्यालयों के द्वारा स्वास्थ्य शिक्षा
  71. स्थानीय स्वास्थ्य संस्थाओं के द्वारा स्वास्थ्य शिक्षा
  72. प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रः प्रशासन एवं सेवाएँ
  73. सामुदायिक विकास खण्ड
  74. राष्ट्रीय परिवार कल्याण कार्यक्रम
  75. स्वास्थ्य सम्बन्धी अन्तर्राष्ट्रीय संगठन
  76. प्रतिरक्षा प्रणाली बूस्टर खाद्य
  77. वस्तुनिष्ठ प्रश्न

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